सीहोर। मंडी क्षेत्र में स्थित राम मंदिर प्रांगण में सात दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के तीसरे दिन राम भक्तों ने उत्साह और श्रद्धा के साथ भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया। बुधवार को राम कथा में कथा वाचक बाबू दास वैष्णव ने कहा कि तीन कल्प में तीन विष्णु का अवतार हुआ है और चौथे कल्प में साक्षात भगवान श्री राम माता कौशल्या के गर्भ से अवतरित हुए है। श्रीराम जन्म प्रसंग से पूर्व स्वामी ने सती प्रसंग की विस्तार से व्याख्या की। कथा वाचन श्री वैष्णव ने कहा कि भगवान राम की कथा हमारे समाज को अनुशासन और प्रेम का संदेश देती है। जिन घरों में भगवान राम और श्री कृष्ण तथा अन्य देवताओं की कथा का गुणगान होता है, उन परिवारों में हमेशा सुख शांति बरसती है। राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न जैसे भाइयों से हमें गुण सीखने चाहिये। इस दौरान रामलला का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। श्रद्धालु राम जन्म की खुशी में अपने-अपने घर से वस्त्र, मिष्ठान लेकर पहुंचे। साथ ही सभी भक्त श्री राम के गानों में जमकर थिरके। संगीतमय श्रीराम कथा सुनने के लिए कथा पंडाल में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही है। जहां पर श्री राम कथा के अमृत वर्षा में श्रद्धालु गोता लगा रहे है। भगवान राम के जन्मोत्सव कथा के समापन पर बाल स्वरूप राम लला की आरती उतारकर प्रसाद का वितरण किया गया।
निकला हनुमान जी का झंडा, लगाए 56 भोग
राम जन्मोत्सव की कथा के पूर्व जमुनिया रोड स्थित हनुमान मंदिर से हनुमान जी का झंडा निकाला गया। झंडा यात्रा में श्रद्धालु भक्ति गीतों पर जमकर झूमे। निकाली गई झंडा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण, हनुमान जी की जीवंत झांकी सब का मन मोह रही थी। झंडा यात्रा के साथ 56 भोग का प्रसाद लेकर आए समिति सदस्यों ने राम मंदिर पर पहुंचकर भगवान राम की आरती उतारकर भगवान को भोग लगाया।